765 + Best Chand Shayari In Hindi | चाँद शायरी २ लाइन

Chand Shayari In Hindi

Chand par shayari,
Chand Shayari In Hindi,
Chand Shayari,
Chand shayari two line,
Shayari on Chand,
चाँद पर शायरी,
Best Moon Shayari,
Chand shayari on moon,
Moon Shayari For WhatsApp,
Romantic Chand Shayari for Girlfriend in Hindi,
Romantic Moon Shayari,
Chand Shayari For GF,

उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा !!
आसमाँ पर चाँद पूरा था, मगर आधा लगा !!

दिन में चैन नहीं ना होश है रात में !!
खो गया है चाँद भी देखो बादल के आगोश में !!

कभी तो आसमान से चाँद उतरे जाम हो जाए !!
तुम्हारे नाम की एक ख़ूबसूरत शाम हो जाए !!

आज टूटेगा गुरूर चाँद का देखना दोस्तो !!
आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है !!

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए !!
मुझे बस तेरी की एक झलक चाहिए !!

सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की !!
अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में !!

चाँद की खूबसूरती पर एक पहरा दिख रहा है !!
आज मुझे चाँद में महबूब का चेहरा दिख रहा है !!

चाँद को देखूँ तो तेरा चेहरा नजर आता है !!
मैं इश्क़ में हूँ इतना तो मुझे समझ में आता है !!

निगाहें हम दोनों की चाँद की खूबसूरती पर थी !!
उनकी आसमान वाले पर और हमारी उन पर !!

मोहब्बत में दिल मेरा खो गया है !!
महबूब मेरा ईद का चाँद हो गया है !!

देखा हिलाल-ए-ईद तो आया तेरा ख़याल !!
वो आसमाँ का चाँद है तू मेरा चाँद है !!

ईद का चाँद तुम ने देख लिया !!
चाँद की ईद हो गई होगी !!

उस चाँद को बहुत गुरूर हैं कि उसके पास नूर हैं !!
मगर वो क्या जाने कि मेरा यार भी कोहिनूर हैं !!

चार दिन की चाँदनी शाम के साथ ढल गई !!
क्या लेकर आया था इंसान, शरीर के साथ जल गई !!

तुम कहो तो चाँद तोड़कर रख दू हथेली पर !!
दिल करें तो आओ कभी हवेली पर !!

इसे भी पढ़े :- Karma Quotes in Hindi

Chand Shayari In Hindi

एक रात हसीं ऐसी भी हो जब फूल बिछे राहों में हो !!
एक चाँद फलक पे निकला हो एक चाँद मेरी बाहों में हो !!

चाँद तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है !!
उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है !!

सुबह हुई कि छेडने लगता है सूरज मुझको !!
कहता है बडा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !!

मेरी और चाँद की किस्मत मिलती जुलती है !!
वो सितारों में अकेला, मैं हजारों में अकेला !!

तेरा सुंदर मुखड़ा है चाँद !!
मेरे दिल का टुकड़ा है चाँद !!

इंसान महबूब बदलने की सोचता है !!
इक चाँद जो आकाश का हमेशा रहेगा !!

रात्रि का वक़्त और आकाश में लालिमा है !!
क्या तुम्हें पता है आज शरद पूर्णिमा है !!

ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए !!
मुझे बस तेरी एक झलक चाहिए !!

मोहब्बत भी चाँद की तरह दिखता हैं !!
जब पूरा होता हैं तो फिर घटने लगता हैं !!

रात भर करता रहा तेरी तारीफ़ चाँद से !!
चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया !!

रात में एक टूटता तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था !!
चाँद को कोई फ़र्क नही पड़ा बिल्कुल तेरे जैसा था !!

बेचैन इस क़दर था कि सोया न रात भर !!
पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चाँद पर !!

कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए !!
तुम्हारे नाम की इक ख़ूब-सूरत शाम हो जाए !!

उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा !!
आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा !!

मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा हैं !!
वो तारों में तन्हा हैं और मैं हजारों में तन्हा !!

Chand Shayari

वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा !!
किरदार खुद उभर के कहानी में आएगा !!

पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता हैं !!
भूल जाता हैं कि आधा चाँद भी ख़ूबसूरत होता हैं !!

चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका !!
जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका !!

चाँद मत मांग मेरे चाँद जमीं पर रहकर !!
खुद को पहचान मेरी जान खुदी में रहकर !!

बेसबब मुस्कुरा रहा है चाँद !!
कोई साजिश छुपा रहा है चाँद !!

हमारे हाथों में इक शक्ल चाँद जैसी थी !!
तुम्हे ये कैसे बतायें वो रात कैसी थी !!

खीर में घुले अमृत, चांदनी रात की गरिमा है !!
मिलन दो ऋतुओं का शीतल शरद पूर्णिमा है !!

सफ़र-ए-जिंदगी कुछ इस कदर सुहाना हो जाएँ !!
बन जाऊं मैं चाँद और पूरा शहर दीवाना हो जाएँ !!

हमारे आशियाने में कोई फूल खिला है !!
देखो हँस कर मुझे चाँद मिला है !!

चाँद मत माग मेरे चाँद जमी पर रहकर !!
खुद को पहचान मेरी जान खुदी मे रहकर !!

जब जब देखा चाँद को, तू उसमे नज़र आई !!
किस्मत मे नही, पर मेरी रातो मे जरूर शामिल है !!

घोलकर के पी लिया ले प्रीतम तेरा चाँद सा शबाब !!
अब बनेगी तुम मेरी महताब, मैं बनूँगा तेरा आफ़ताब !!

यह तेरा गुस्सा हसीना चाँद से चाँदनी ना बिखरा दे ज़रा !!
देख तेरे इश्क़ में हर इक जख्म अभी भी हरा का हरा !!

चाँद की रोशनी में हुआ है रूप तेरा अनमोल चन्दन !!
बंध गया है लगता साक्षी होके जनम जनम का बंधन !!

इसे भी पढ़े :- Dua Shayari in Hindi

Chand par shayari

गुलजार हुई इश्क़ की वादियां जब चाँद ने बरसाई रहमत !!
लग गई आज शाम तुम्हे पर क्या है मेरे दिल की कीमत !!

आजा मेरे चाँद इस तारे पर करे दे थोड़ा रहम !!
ताकि होके आशिक़ी में मशगूल भूल जाए सारे गम !!

चाँद का टुकड़ा कहूँ तुझे, या कहूँ मैं जन्नत का नूर !!
लगे है तु इस धरती पर स्वर्ग से आयी कोई हुर !!

देख ले तुझे हसीना तो चाँद भी जायेगा ब्यूटी पार्लर में संवरने !!
देख तेरा हुस्न हुआ है फीका फीका लगा है बेचारा डरने !!

शायरियाँ लिखने लगता हूँ जब देखूं तेरा चाँद सा चेहरा !!
जानना चाहूँ ऐसे हुस्न में राज है जी कौनसा गहरा !!

तेरे चाँद से मुखड़े की कसम खाकर में कहता हूँ !!
आशिक़ हूँ थोड़ा पगला दीवाना तेरे दिल में मैं रहता हूँ !!

राज बहुत सुनाने है करा दे चाँद सी सूरत का दीदार !!
तेरी इस चमक से हो घायल कर बैठा हूँ तुझ से प्यार !!

जब वह चाँद भी देखता होगा कि कौन है मेरा महबूब !!
तो कहना होगा मन ही मन खुदा ने बनाया है क्या खूब !!

हम दोनों के प्यार पर आज चाँद ने चांदनी बरसाई !!
तो फिर क्यों है पगली बेवजह तू शरमाई सकुचाई !!

चाँद तारो में नजर आये चेहरा आपका !!
जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका !!

सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको !!
कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !!

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा !!
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !!

जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले !!
वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !!

काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए !!
एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए !!

चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको !!
आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया !!

Chand shayari two line

मुझे तो रोक लिया उसे कैसे रोकोगी तुम !!
वो जब चांद तुम्हें देखेगा उसे कैसे टोकोगी तुम !!

सारी रात गुजारी हमने इसी Intzaar में की !!
अब तो चाँद निकलेगा AAdhi रात में !!

देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा !!
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहेगा !!

ए मेरे महबूब तू बिल्कुल चांद की तरह है !!
नूर भी गुरुर भी ओर मुझसे दूर भी !!

कब आ रहे हो तुम एक मुलाकात के लिए !!
मैंने चांद रोका है सनम एक रात के लिए !!

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा !!
तो इंतिजार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं !!

कुछ तुम कोरे कोरे से कुछ हम सादे सादे से !!
एक आसमां पर जैसे दो चाँद आधे आधे से !!

सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे !!
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !!

चाँद अपने आप को कहते हो तुम !!
आओ देखें हो गई है रात भी !!

यह कैसे धोखे हमने खाए हुए हैं !!
रात गुजर गयी और हम चाँद सजाए हुए हैं !!

तेरा चेहरा जैसे चमकता कोई चाँद हो !!
तेरे हुस्न पर काला तिल जैसे चाँद में कोई दाग हो !

न चाँद की चाह न फलक का इंतजार है !!
कैसे कहूँ मुझे बस तुझसे ही प्यार है !!

देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा !!
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहे !!

हमारे हाथों में इक शक्ल चाँद जैसी थी !!
तुम्हे ये कैसे बतायें वो रात कैसी थी !!

है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की !!
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की !!

Shayari on Chand

कभी तुम कहते थे मुझको अपना चाँद !!
क्या वो लम्हें, वो दिन, वो रात है तुमको याद !!

चाँद हो या न हो, चांदनी रात है !!
मैं तेरे साथ, तू मेरे साथ है !!

चलो चाँद का किरदार अपना लें हम दोस्तो !!
दाग अपने पास रखें और रौशनी बाँट दें !!

तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ !!
और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है !!

है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की !!
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की !!

मेरा और चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है !!
वो तारो में अकेला मैं हजारो में अकेला !!

चाँद पर शायरी हिंदी में Best चाँद शायरी !!
मेरा और उस चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है !!
वो तारो में तन्हा मैं हजारो में तन्हा !!

तू चाँद और मैं सितारा होता !!
आसमान में एक आशियाना हमारा होता !!
लोग तुम्हे दूर से देखते !!
नज़दीक़ से देखने का, हक़ बस हमारा होता !!

सुनो मेरी जान चांद !!
को जगह दिखानी होगी !!
बस तुम्हे माथे पर एक !!
दिन बिंदिया लगानी होगी !!

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है !!
उसपे शबाब का रंग गहरा है !!
खुदा को यकीन न था वफ़ा पे !!
तभी चाँद पे तारों का पहरा है !!

एक अदा आपकी दिल चुराने की !!
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चाँद सा और एक !!
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !!

पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती !!
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती !!
तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है !!
पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती !!

इक अदा आपकी दिल चुराने की !!
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चाँद सा और एक !!
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !!

ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है !!
क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है !!
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में !!
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है !!

काश मैं उनका अंबर !!
वो मेरी चांद बन जाए !!
कुछ इस तरह हम दोनों !!
एक दूजे के हो जाए !!

इसे भी पढ़े :- Acche Vichar in Hindi

चाँद पर शायरी

न चाहते हुए भी मेरे लब पर !!
ये फरियाद आ जाती है !!
ऐ चाँद सामने न आ !!
सनम की याद आ जाती है !!

एक अदा आपकी दिल चुराने की !!
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चाँद सा और एक !!
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !!

पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम !!
उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम !!
तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद !!
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम !!

जिंदगी में मानो पूनम की !!
रोशनी सा उजाला आया है !!
जब से मैंने उसे अपना चांद बनाया है !!

नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे !!
पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे !!
बदल जाये तो बदले ये ज़माना !!
हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे !!

रात के अँधेरे में चाँद की खूबसूरती तो देखो !!
ऐसे लगता है मानो कोई परी सूनसान राहो में खड़ी है !!
दिल जलता है उसे तन्हाई में भी चमकता देख कर !!
यहाँ बिन महबूब के एक रात ना कटी है !!

रौशनी चाँद की होती है !!
मचलना दिल को पड़ता है !!
जो तेरी याद आती है !!
सम्भलना दिल को पड़ता है !!

दिन भर के थकान और तनाव को !!
दूर करने के लिए चाँद निकलता है !!
किसी प्रेमिका की तरह चाँद का एक !!
झलक मन को खुश कर देता है !!

एक खूबसूरत दौर था जो बीत गया !!
गर्मी की रात में खुले आसमान के नीचे !!
लेटकर, चाँद को देखते हुए कुछ खूबसूरत ख्वाब बुनते थे !!

जिस प्रकार चाँद हमेशा !!
घटता और बढ़ता रहता है !!
ठीक उसी प्रकार इंसान का !!
प्रेम भी घटता और बढ़ता महसूस होता है !!

जिंदगी में जब अकेलापन ज्यादा बढ़ जाएँ !!
तो किसी रोज शाम के वक़्त छत पर जाकर !!
चाँद के साथ थोड़ा वक़्त जरूर बिताना !!

इक अदा आपकी दिल चुराने की !!
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चाँद सा और एक !!
हसरत हमारी उस चाँद को पानी की !!

चाँद का क्या कसूर !!
अगर रात बेवफ़ा निकली !!
कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली !!
उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे शायद !!
हमारी तकदीर ही हमसे खफा निकली !!

चाँद की चाँदनी से एक पालकी बनाई हैं !!
यह पालकी मैंने तारों से सजाई हैं !!
ऐ हवा जरा धीरे-धीरे चलना !!
मेरे दोस्त को बड़ी प्यारी नींद आई हैं !!

चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आई है !!
लब पे इक बात बड़ी देर के बाद आई है !!
झूम कर आज ये शब-रंग लटें बिखरा दे !!
देख बरसात बड़ी देर के बाद आई है !!

Best Moon Shayari

ऐ चाँद तू भूल जायेगा अपने आप को !!
जब सुनेगा दास्तान मेरे प्यार की !!
क्यूँ करता है तू गुरूर अपने आप पे इतना !!
तू तो सिर्फ़ परछाई है मेरे यार की !!

रात गुमसुम हैं मगर चाँद ख़ामोश नहीं !!
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं !!
ऐसे डूबा तेरी आँखों की गहराई में आज !!
हाथ में जाम हैं, मगर पीने का होश नहीं !!

ऐ चाँद बड़े उदास लगते हो !!
कुछ खो गया है !!
या किसी का इंतजार कर रहे हो !!

ना चाँद का ख्वाब है !!
ना सितारों की चाहत है !!
जिंदगी की उडान के लिये तो !!
खूला आसमान ही काफी है !!

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है !!
उस पर शबाब का रंग गहरा है !!
खुदा को यकीन न था वफापर !!
तभी चाँद पर तारों का पहरा है !!

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है उस पर शबाब !!
का रंग गहरा है खुदा को यकीन न था वफा पर !!
तभी चाँद पर तारों का पहरा है !!

वों चाँद है मगर आपसे प्यारा नही !!
परवाने का शमा के बिन गुजारा नही !!
मेरे दिल ने सुनी है मोटी सी आवाज !!
कही आपने मुझे पुकारा तो नही !!

चाँद तारो की कसम खाता हूँ !!
मैं बहारों की कसम खाता हूँ !!
कोई आप जैसा नजर नहीं आया !!
मैं नजारों की कसम खाता हूँ !!

काश कोई ऐसी भी रात आए !!
एक चाँद आसमा में हो !!
और दूसरा हमारे करीब आ जाए !!

वो थका हुआ मेरी बाहों में जरा सो गया था !!
तो क्या हुआ !!
अभी मैंने देखा है चाँद भी किसी !!
शाख-ए-गुल पे झुका हुआ !!

तेरी बातों में हमेशा चाहत झलकती है !!
सनम चांद ही नजर आए हरदम !!
चेहरे में तुम्हारे जानम !!

चाँद से प्यारी चादनी !!
चादनी से प्यारी रात !!
रात से प्यारी जिन्दगी !!
जिन्दगी से प्यारे हो आप !!

जिक्र तेरी खूबसूरती का जो किया !!
तो वो चांद भी शरमाया !!
हम किस्से पर किस्सा सुनाते गए !!
वो बादलों में गुम होता गया !!

न चाहकर भी मेरे lab पर !!
ये fariyad आ जाती है !!
ऐ chand सामने न आ !!
किसी की yaad आ जाती है !!

चाँद के लिए सितारे अनेक है !!
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है !!
आपके लिए तो हज़ारों होंगे !!
लेकिन हमारे लिए आप एक हैं !!

इसे भी पढ़े :- Dil Shayari in Hindi

Chand shayari on moon

दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है !!
बाजारों में रौनक और घरों में !!
खुशियों की सौगात लायी हैं !!

बादल चाँद को छुपा सकता है !!
आकाश को नहीं हम सब को !!
भुला सकते हैं आपको नहीं !!

कितना haseen चाँद सा चेहरा है !!
उस पर shabab का रंग गहरा है !!
खुदा को yakeen न था वफ़ा पर !!
तभी चाँद पर taaron का पहरा है !!

रात भर करता रहा !!
तेरी तारीफ चांद से !!
चाँद इतना जला की !!
सुबह तक सूरज हो गया !!

कितना हसीन चाँद सा चेहरा है !!
उस पर शबाब का रंग गहरा है !!
खुदा को यकीन न था वफ़ा पर !!
तभी चाँद पर तारों का पहरा है !

तू अपनी निगाहों से न dekh खुद को !!
चमकता हीरा भी तुझे patthar लगेगा !!
सब कहते होंगे चाँद का tukda है तू !!
मेरी नजर से chand तेरा टुकड़ा लगेगा !!

रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं !!
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं !!
आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें !!
हम रात भर आपसे मिलने को तरसते हैं !!

न चाहते हुए भी मेरे लब पर !!
ये फरियाद आ जाती है !!
ऐ चाँद सामने न आए !!
सनम की याद आ जाती है !!

पत्थर की दुनिया jazbaat नहीं समझती !!
दिल में क्या है वो baat नहीं समझती !!
तनहा तो चाँद भी sitaro के बीच में है !!
पर चाँद का दर्द वो raat नहीं समझती !!

चाँद के दीदार में तुम !!
छत पर क्या चली आई !!
शहर में ईद की !!
तारीख मुक्कमल हो गयी !!

सुनो मेरी जान चांद !!
को जगह दिखानी होगी !!
बस तुम्हे माथे पर एक !!
दिन बिंदिया लगानी होगी !!

काश मैं उनका अंबर !!
वो मेरी चांद बन जाए !!
कुछ इस तरह हम दोनों !!
एक दूजे के हो जाए !!

जिंदगी में मानो पूनम की !!
रोशनी सा उजाला आया है !!
जब से मैंने उसे अपना चांद बनाया है !!

एक अदा आपकी दिल चुराने की !!
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चाँद सा और एक !!
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की !!

Leave a Comment