Best Zindagi Dard Bhari Shayari in Hindi | जिंदगी की दर्द भरी शायरी

दर्द तो अकेले ही सहते है सभी !!
यहाँ भीड़ तो बस फर्ज अदा करती है !!

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ज़रूरी नहीं है कि हमेशा बुरे कर्मों की वजह से ही दर्द सहने को मिले !!
कई बार हद से ज़्यादा अच्छे होने की भी क़ीमत चुकानी पड़ती है !!

अब टूट गया दिल तो बवाल क्या करें !!
खुद ही किया था पसंद अब सवाल क्या करें !!

दर्द महसूस भी होता है,दिल आज भी तड़पता है !!
तेरी एक झलक के लिए दिल आज भी तरसता है !!

कुछ गीले शिकवे हो तो दूर कर लेने चाहिए !!
खामोशियां अच्छी नहीं होती रिश्तों के बीच !!

ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है !!
इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है !!

तुझे शिकायत है की मुझे बदल दिया वक़्त ने !!
कभी खुद से भी सवाल कर क्या तू वही है !!

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे !!
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे !!

यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है !!
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे !!

कुछ राज़ तो क़ैद रहने दो मेरी आँखों में !!
हर किस्से तो शायर भी नहीं सुनाता है !!

नसीहत अच्छी देती है दुनिया !!
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो !!

दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा !!
न चुभेगा न दिखेगा बस महसूस होगा !!

ना किया कर अपने दर्द को शायरी में बयान ऐ दिल !!
कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर !!

मुझे क़बूल है हर दर्द,हर तकलीफ़ तेरी चाहत में !!
सिर्फ़ इतना बता दे,क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है !!

हर जगह तू नजर आती है !!
तुझसे दूर रह कर ये जान निकाल जाती है !!
क्या बताऊं तेरे बिन क्या हाल है मेरा !!
हर पल हर लम्हा तेरी याद आती है !!

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Zindagi Dard Bhari Shayari in Hindi

तेरे प्यार मै मदहोश हो कर !!
मै जमाने से भी लड़ पड़ा !!
प्यार हमारा सच्चा था झूठा नहीं था !!
जमाने को बताने मै चल पड़ा !!

तू प्यार ना निभा सकी !!
मुझे तन्हा कर के छोड़ दिया !!
ज़िन्दगी में अकेला रह गया मै !!
दिल ने भी तुझसे अब रुख मोड़ लिया !!

ज़िन्दगी के कुछ दिन दुख भरे थे !!
कुछ उससे भरे थे कुछ मुझसे भरे थे !!
कुछ अजीब सा एहसास था वो भी !!
जब पहली बार किसी को खोने से डरे थे !!

गुजर रही है खामोशी से ये ज़िन्दगी !!
ना कोई खुशी है ना गम का शोर !!
चाहे सौ साल ही क्यों ना इंतजार करना पड़े !!
अब उसके सिवा इस दिल में ना आएगा कोई और !!

एक कहानी थी जो दिल पर लिखी रह गई !!
ये नजर बस उसे ही देखती रह गई !!
वो आंखो के सामने किसी और के हो गए !!
हमारी मोहब्बत फिर एक बार अधूरी रह गई !!

मोहब्बत ना मिली लेकिन नफरत बहुत मिली !!
ज़िन्दगी मिली लेकिन राहत ना मिली !!
महफ़िल में तेरी हर एक को हंसता देखा मैंने !!
बस हमे ही हंसने की इजाज़त ना मिली !!

अजीब लगा यूं उनका मुझको छोड़ के जाना !!
ना सुना कुछ और कहा भी कुछ नहीं !!
आसान नहीं था यूं उनसे जुदा होकर रहना !!
फिर जुदा होकर अब कुछ रहा भी नहीं !!

तुझे तो फुर्सत ही नहीं मिलती !!
मेरे किसी मेसेज को पढ़ने की !!
और एक हम ठहरे जो तुम्हारे !!
पुराने ही मेसेज देख कर तुझे याद कर लेते हैं !!

आंसू हैं आंखों में पर बह नहीं सकते !!
दुनिया वालों से डरते हैं इसलिए कुछ कह नहीं सकते !!
पर ये तो आप भी समझते ही होंगें !!
कि हम आपके बिना रह नहीं सकते !!

खामोश फ़िज़ा थी कोई साया न था !!
इस शहर में मुझसा कोई आया न था !!
किसी ज़ुल्म ने छीन ली हम से हमारी मोहब्बत !!
हमने तो किसी का दिल दुखाया न था !!

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता !!
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता !!
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में !!
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता !!

गहरी थी रात लेकिन हम खोए नही !!
दर्द बहुत था दिल में मगर हम रोए नही !!
कोई नही हमारा जो पूछे हमसे !!
जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नही !!

साथ मांगा मिला नही !!
खुशी मांगी मिली नही !!
प्यार मांगा किस्मत में था नही !!
और दर्द बिन मांगे ही मिल गया !!

प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है !!
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है !!
अगर वह मेरा नसीब नही !!
तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है !!

एक नया दर्द मेरे दिल में जगा कर चला गया !!
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया !!
जिसे ढूंढते रहे हम लोगों की भीड़ में !!
मुझसे वो अपने आप को छुपा कर चला गया !!

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Zindagi Dard Bhari Shayari

दिल पर ज़ख्म कुछ ऐसे मिले !!
फूलों पर भी सोया न गया !!
दिल तो जलकर राख हो गया !!
और आँखों से रोया भी न गया !!

सजा कैसी मिली हमको तुझसे दिल लगाने की !!
रोना ही पड़ा जब कोशिश की मुस्कुराने की !!
कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द भरी रातों का हमराज !!
दर्द ही मिला है जो तूने कोशिश की आजमाने की !!

था कोई जो मेरे दिल को ज़ख्म दे गया !!
ज़िन्दगी भर रोने की कसम दे गया !!
लाखों फूलों में से एक फूल चुना था मैंने !!
जो काटों से भी गहरा ज़ख्म दे गया !!

कोइ इस दर्द-ए-दिल की दवा ला दो मुझे !!
किसी पे ऐतबार न करूँ वो हुनर सिखा दो मुझे !!
वैसे मैं हर एक खेल का शौक रखता हूँ !!
दिलों से खेलना भी कोई सिखा दो मुझे !!

ये क्या है,जो आँखों से रिसता है !!
कुछ है भीतर,जो यूँ ही दुखता है !!
कह सकता हूं,पर कहता भी नहीं !!
कुछ है घायल,जो यहाँ सिसकता है !!

बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है !!
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है !!
तड़प उठता हूँ मैं दर्द के मारे !!
ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है !!
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ !!
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है !!

मोहब्बत का मेरे सफ़र आखिरी है !!
ये कागज़ कलम ये गज़लआखिरी है !!
मैं फिर न मिलूँगा कहीं ढूढ लेना !!
तेरे दर्द का अब ये असर आखिरी है !!

अब ये भी नहीं ठीक के हर दर्द मिटा दें !!
कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं !!
ये इल्म का सौदा,ये रिसाले,ये किताबें !!
एक शख्स की यादों को भुलाने के लिए हैं !!

बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता !!
जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता !!
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में !!
जो दूर है मुझसे वो दिल से उतर क्यों नहीं !!

दर्द देने का अंदाज कुछ ऐसा है !!
दर्द दे कर कहते है अब हाल कैसा है !!
ज़हर दे कर कहते है अब पीना होगा !!
जब पी लिए तो कहते है अब जीना होगा !!

मौत के बाद याद आ रहा है कोई !!
मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई !!
या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे !!
उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई !!

आंसू से पलके भींगा लेता था !!
याद तेरी आती थी तो रो लेता था !!
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर !!
हर बार ये फैसला बदल लेता था !!

हमें न मोहब्बत मिली,न प्यार मिला !!
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला !!
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी !!
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला !!

कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी !!
किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी !!
जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी !!
अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी !!

याद करते है तुम्हे तनहाई में !!
दिल डूबा है गमो की गहराई में !!
हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में !!
हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में !!

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पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम !!
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम !!
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं !!
कभी उसी सक्स की जान थे हम !!

उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम !!
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम !!
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ जिसकी !!
बालो को हवासे बचा रहे थे हम !!

अपने दिल को अगर दुखाना हैं !!
बहारों में अगर घर जलाना हैं !!
प्यार करो एक बेवफा से !!
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं !!

नदी जब किनारा छोर देती हैं !!
राह की चट्टान तक तोर देती हैं !!
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो !!
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं !!

शिकायत है उन्हें कि !!
हमें मोहब्बत करना नही आता !!
शिकवा तो इस दिल को भी है !!
पर इसे शिकायत करना नहीं आता !!

तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे !!
पर इनको ये बताना नहीं आया !!
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी !!
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया !!

क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले !!
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले !!
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा !!
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले !!

रब उसे ऐसी तन्हाई न दे !!
हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे !!
इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत !!
भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे !!

आप आँखों से दूर दिल के करीब थे !!
हम आपके और आप हमारे नसीब थे !!
न हम मिल सके,न जुदा हुवे !!
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे !!

हर पल दिल को बहला लेता हूँ !!
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ !!
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ !!
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ !!

ये जान गँवा दी,ये जुबां गँवा दी !!
हमने तेरे इश्क में दो जहान गँवा दी !!
सीने में पड़े थे दिल के हजार टुकड़े !!
एक नज़र से तूने उनमें आग लगा दी !!

एक कसक दिल में दबी रह गई !!
जिंदगी में उनकी कमी रह गई !!
इतनी उल्फत के बाद भी वो मुझे न मिली !!
शायद मेरी किस्मत में ही कुछ कमी रह गई !!

तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगे !!
तेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगे !!
मेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकले !!
तेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे !!

बिन बात के ही रूठने की आदत है !!
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है !!
आप खुश रहें,मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ !!
मुझे तो टूटने की आदत है !!

अरमान था तेरे साथ जिंदगी बिताने का !!
शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का !!
दीवानगी इस से बढकर और क्या होगी !!
आज भी इंतजार है तेरे आने का !!

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कभी रो लेने दो कंधे पर सर रखकर मुझे !!
की दर्द का बवंडर अब संभाला नहीं जाता !!
कब तक छुपाकर रखे आंखो म इसे !!
की आंसुओ का समंदर अब संभाला नहीं जाता !!

मत रहो हमसे इतना दूर के !!
अपने फैसले पर अफसोस हो जाए !!
कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी !!
आप लिपटकर रोए और हम खामोश हो जाए !!

आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है !!
न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है !!
यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का !!
उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है !!

उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था !!
अलविदा” आज भी वही खड़ा है !! !!
दिल उसके आने के इंतज़ार में !!

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं !!
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं !!
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ !!
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं !!

रोने से किसी को पाया नहीं जाता !!
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता !!
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए !!
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए !!

दर्द को दर्द से न देखो !!
दर्द को भी दर्द होता है !!
दर्द को ज़रूरत है दोस्त की !!
आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है !!

जिंदगी देने वाले,मरता छोड़ गये !!
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये !!
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की !!
वो जो साथ चलने वाले,रास्ता मोड़ गये !!

मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया !!
रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया !!
मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे !!
और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया !!

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं !!
तू सितम कर ले,तेरी हसरत जहाँ तक हैं !!
वफ़ा की उम्मीद,जिन्हें होगी उन्हें होगी !!
हमें तो देखना है,तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं !!

तिनका तिनका तूफान में बिखरते चले गये !!
तनहायी की गहराईयो में उतरते चले गये !!
उड़ते थे जिनके सहारे आसमांन में हम !!
एक एक करके सब बिछड़ते चले गये !!

हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर !!
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !!
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर !!
क़समें ना खा,इतनी सफाई ना दिया कर !!

सिर्फ मोहब्बत को पाना ही मोहब्बत नहीं होती !!
कभी तुम भी कर लेते ऐतबार तो ये दुरी न होती !!
माफ़ कर देना गलतियों को मेरे !!
तुम्हे चोट पोहचे ऐसी कभी मेरी तमन्ना नहीं होती !!

वफा करने से मुकर गया है दिल !!
अब प्यार करने से डर गया है दिल !!
अब किसी शहारे की बात मत करना !!
झूठे दिलासों से भर गया है दिल !!

टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी !!
मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी !!
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से !!
के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी !!

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पास आकर सभी दूर चले जाते हैं !!
अकेले थे हम,अकेले ही रह जाते हैं !!
इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे !!
मल्हम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं !!

आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये !!
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये !!
भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना !!
दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये !!

वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे !!
हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे !!
हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि !!
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे !!

मुद्दतो तक उसकी तलाश रख्खी !!
उसके दीदार की दिल में आस रख्खी !!
उम्मीद का दिया बुझने ना दिया !!
खुदा ने क्यों मेरी जिंदगी उदास रख्खी !!

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम !!
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम !!
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला !!
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम !!

मिलने का वादा कर गयी थी !!
वापस लौट आउंगी ये कहकर गयी थी !!
आई है अब वो जनाज़े पे मेरे !!
वादा वो अपना निभाने चली थी !!

मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे !!
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे !!
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई !!
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे !!

हसरत थी सच्चा प्यार पाने की !!
मगर चल पडी आँधियां जमाने की !!
मेरा गम कोई ना समझ पाया !!
क्युँकी मेरी आदत थी सबको हसाने की !!

कोई रास्ता नही दुआ के सिवा !!
कोई सुनता नही खुदा के सिवा !!
मैने भी ज़िंदगी को करीब से देखा है मेरे दोस्त !!
मुश्किल मे कोई साथ नही देता आँसू के सिवा !!

कभी तुम पूछ लिया करना !!
कभी हम भी ज़िक्र कर लिया करेंगे !!
छुपाकर दिल के दर्द को !!
एक दूसरे की फ़िक्र कर लिया करेंगे !!

वो रूठे इस कदर की मनाया ना गया !!
दूर इतने हो गए कि पास बुलाया ना गया !!
दिल तो दिल था समुद्र का साहिल नहीं !!
लिख दिया नाम तो फिर मिटाया ना गया !!

जख्म जब मेरे सीने से बहार आयेंगे !!
आंसू भी मोती बनकर बिखर जायेंगे !!
ये न पूछों कि किसने कितना दर्द दिया है !!
वर्ना कई अपनो के चेहरे उतर जायेंगे !!

अगर मैं लिखूं तो पूरी किताब लिख दूँ !!
तेरे दिए हर दर्द का हिसाब लिख दूँ !!
डरता हूँ कहीं तू बदनाम ना हो जाए !!
वरना तेरे हर दर्द की कहानी में मेरा हर ख्वाब लिख दूँ !!

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे !!
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे !!
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है !!
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे !!

अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे हुई थी !!
मोहब्बत,मगर जिससे हुई !! !!
हम उसके काबिल न थे !!

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अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे हुई थी !!
मोहब्बत,मगर जिससे हुई !! !!
हम उसके काबिल न थे !!

ऐसे गये दिल की ज़मी बंजर कर के !!
आज तक कोई फूल ना खिल सका !!
बस्ती बस्ती लोग मिले हमराह मगर !!
फिर कभी तेरा पता ना मिल सका !!

ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था !!
इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था !!
किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी !!
मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था !!

कहाँ वो नई गहिरायाँ हसने -हँसाने में !!
मिलेंगी जो किसी के साथ दो आंसू बहने में !!
तुम आये तो खुशी आई लेकिन हंसु अभी केसे !!
कुछ देर तो लगती है रो कर मुस्कराने में !!

उसके इंतजार के मारे है हम !!
बस उसकी यादों के सहारे है हम !!
दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब !!
जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम !!

ज़िंदगी है बड़ी नादान इसलिए चुप हूँ !!
दर्द ही दर्द सुबह शाम इसलिए चुप हूँ !!
कहो तो कह दूं ज़माने से दास्तान अपनी !!
उसमे आएगा तुम्हारा नाम इसलिए चुप हूँ !!

वो कह कर गया था मैं लौटकर आउंगा !!
मैं इंतजार ना करता तो क्या करता !!
वो झूठ भी बोल रहा था बड़े सलीके से !!
मैं एतबार ना करता तो क्या क्या करता !!

कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते !!
हर एक ने धोखा दिया,किस-किस को भुला देते !!
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा !!
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते !!

ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की !!
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की !!
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था !!
हमारी आदत छूट गयी मनाने की !!

तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ !!
अपने दोस्त को क्या उपहार दूँ !!
कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाता !!
जो खुद गुलाब है,उसको क्या गुलाब दूँ !!

दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे !!
मर जायेंगे लेकिन तुझे रुस्वा ना करेंगे !!
गुस्ताख़ निगाहों से अगर तुमको गिला है !!
हम दूर से भी अब तुम्हें देखा ना करेंगे !!

बस सह सकता हूं इस दर्द को !!
कहने को कुछ बचा नहीं है !!
उसके जाने के बाद ज़िन्दगी में !!
अब और कुछ रहा नहीं है !!

खुदा ने बड़े अजीब से !!
दिल के रिश्ते बनाए है !!
सबसे ज्यादा वही रोया है !!
जिसने ईमानदारी से रिश्ते निभाए है !!

साथ मांगा मिला नही !!
खुशी मांगी मिली नही !!
प्यार मांगा किस्मत में था नही !!
और दर्द बिन मांगे ही मिल गया !!

प्यार का एहसास तुझे दिला ना सका !!
मोहब्बत का फूल मैं खिला ना सका !!
लेकिन तुमने भी मेरे प्यार में बेवफाई की !!
पर आज भी तुझे मैं भुला ना सका !!

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कुछ लोगों को दिल के साथ !!
खेलने में अच्छा लगता है !!
इसलिए तो मुझे मोहब्बत !!
से डर लगता है !!

जब चलना नहीं आता था !!
तब गिरने नहीं देते थे लोग !!
जब से संभाला है खुद को !!
कदम कदम पर गिराने की सोचते है लोग !!

ना आंसूओं से छलकते हैं !!
ना काग़ज़ पर उतरते हैं !!
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस !!
भीतर ही भीतर पलते हैं !!

हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे !!
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे !!
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया !!
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे !!

कभी कभी ये क्यों लगता है !!
कि तुम मेरी पूरी जिंदगी हो !!
और मै तुम्हारा लम्हा भी नही !!

शख़्स जो कभी मेरा था ही नही !!
उसने मुझे किसी और का भी !!
नही होने दिया !!

मत किया कर ऐ दिल किसी से !!
मोहब्बत इतनी !!
जो लोग बात नहीं करते !!
वो प्यार क्या करेंगे !!

उसके चले जाने के बाद !!
हम मोहब्बत नहीं करते किसी से !!
छोटी सी जिन्दगी है !!
किस किस को अजमाते रहेंगे !!

ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे !!
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे !!
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया !!
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे !!

किसी ने पूछा कभी इश्क किया है !!
हमने भी मुस्कुराकर कह दिया !!
जख्म आज भी नहीं भरे है !!

हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी है !!
मेरी ज़िन्दगी की बस यही एक कहानी है !!
मिटा देते सनम तेरे हर दर्द को सीने से !!
पर ये दर्द ही तो तेरी आखिरी निशानी है !!

हम हस्ते जरूर है जनाब लेकिन !!
दुसरो को हंसाने के लिए वरना !!
दिल पर इतना जख्म खाए है कि अब !!
रोया भी नही जाता !!

दर्द कितना है बता नहीं सकते !!
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते !!
आँखों से समझ सको तो समझ लो !!
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते !!

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कुछ दर्द ऐसे होते है !!
जिन्हे सिर्फ सह सकते है !!
कह नहीं सकते !!

सबक इस जिंदगी ने सिखाया है मुझे !!
हर अपने ने रुलाया है मुझे !!
कोई अपना नही होता ये भी !!
एक अपने ने ही सिखाया है मुझे !!

गमो का भार अब और उठाया नहीं जाता !!
खामोश रहने लगा हु !!
दर्द किसी और को सुनाया नहीं जाता !!

कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का !!
वो क्या समझे दर्द आँखों की इस नमी का !!
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि !!
उन्हे जब एहसास ही नहीं हमारी कमी का !!

आँसू गिरने की आहट नहीं होती !!
दिल के टूटने की आवाज नहीं होती !!
अगर होता उन्हें एहसास दर्द का !!
तो दर्द देने की उन्हें आदत ना होती !!

दूर हु तुमसे दिल दुखता हैं हमारा !!
सोचता हु काश फिर मुलाकात हो दुबारा !!
पर कैसे भुला दे किसी और के लिए !!
दिल धडकता हैं तुम्हारा !!

हर बात में आंसू बहाया नहीं करते !!
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते !!
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है !!
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते !!

ऐ खुदा ऐसा सितम कभी ना हो !!
इस तरह बेबस कभी ज़िंदगी ना हो !!
तन्हाई की एक घड़ी मौत से भी बदतर है !!
इस दुनिया में कोई मेरी तरह तन्हा ना हो !!

हमने सोचा था की बताएंगे !!
सब दुःख दर्द तुमको !!
पर तुमने तो इतना भी ना !!
पूछा की खामोश क्यों हो !!

उनकी एक नजर को तरसते रहेंगे !!
ये आंसू हर बार बरसते रहेंगे !!
कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ !!
बस यही सोच कर हसते रहेंगे !!

रिश्तों को निबाना हर किसी !!
के बस की बात नही यारों !!
खुद का दिल भी दुखाना पड़ता है !!
औरों की ख़ुशी के लिए !!

हाल-ए-दिल अपना क्या सुनाएं आपको !!
ग़म से बातें करना आदत है हमारी !!
लोग मरते हैं सिर्फ एक बार सनम !!
रोज पल-पल मरना किस्मत है हमारी !!

ये सच है कि हम मोहब्बत से डरते हैं !!
क्यूँ कि ये प्यार दिल को बहुत तड़पाता है !!
आँख में आँसू तो हम छुपा सकते हैं !!
दर्द-ए-दिल दुनिया को पता चल जाता है !!

प्यार मुहब्बत का सिला कुछ नहीं !!
एक दर्द के सिवा मिला कुछ नहीं !!
सारे अरमान जल कर ख़ाक हो गए !!
लोग फिर भी कहते हैं जला कुछ भी नहीं !!

छिपा कर दर्द अपनी हंसी में !!
मैं अंदर से खोखला हो रहा हूं !!
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़ !!
मैं आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ !!

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Zindagi Mein Dard Bhari Shayari

मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है !!
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है !!
मैं फिर ना मिलूँगा कहीं ढूंढ लेना !!
तेरे दर्द का अब ये असर आख़िरी है !!

वो भी क्या दिन थे !!
जब उनको सोच कर ही हम !!
मुस्कुराया करते थे !!
अब उन्ही को सोचकर अकेले !!
में रोया करते है !!

हर वक्त तू उसकी याद में रहता है !!
कुछ पल खुशी के बिता तो सही !!
भर जाते हैं ज़ख्म बड़े से बड़े भी !!
एक बार उससे बाहर आ तो सही !!

मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है !!
दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है !!
ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना !!
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है !!

तुम मेरी लाश पर रोने मत आना !!
मुझसे बहुत प्यार था ये जताने मत आना !!
दर्द दो मुझे जब तक दुनिया में हूं !!
जब सो जाऊं फिर जगाने मत आना !!

ज़िन्दगी हैं नादान इसलिए चुप हूँ !!
दर्द ही दर्द सुबह शाम इसलिए चुप हूँ !!
कह दू ज़माने से दास्तान अपनी !!
उसमे आएगा तेरा नाम इसलिए चुप हूँ !!

उन लोगों का क्या हुआ होगा !!
जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा !!
किनारे पर खड़े लोग क्या जाने !!
डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा !!

तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे !!
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे !!
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा !!
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे !!

कल तुम्हे फुरसत ना मिली तो क्या करोगे !!
इतनी मोहलत ना मिली तो क्या करोगे !!
रोज़ कहते हो कल बात करेंगे !!
कल हमारी आँखें ही ना खुली तो क्या करोगे !!

जो नजर से गुजर जाया करते हैं !!
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं !!
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते !!
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !!

आज मैं अपनी ही उलझी हुई !!
राहों का तमाशा बन गया !!
कल जो अपना था आज वो !!
बेगाना बन गया !!

लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से !!
जिन्दगी अधूरी नहीं होती !!
लेकिन लाखों के मिल जाने से !!
उस एक की कमी पूरी नहीं होती है !!

दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया !!
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया !!
दिल के सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे !!
इसलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया !!

हमने भी कभी प्यार किया था आपसे !!
थोड़ा नही बेशुमार किया था आपसे !!
दिल टूट कर रह गया !!
जब उसने कहा अरे मैंने तो !!
थोड़ा मज़ाक किया था !!

आरज़ू नहीं के गम का तूफान टल जाये !!
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल ना बदल जाये !!
भुलाना हो अगर मुझको तो एक अहसान करना !!
दर्द इतना देना के मेरी जान निकल जाये !!

टुटा हो दिल तो दुःख होता हैं !!
कर के मोहब्बत दिल रोता हैं !!
दर्द का एहसास तब होता हैं !!
जब आपकी मोहब्बत के दिल में !!
कोई और होता हैं !!

उसने दोस्ती चाही !!
मुझे प्यार हो गया !!
मै अपने ही कत्ल का !!
गुनहगार हो गया !!

मेरी तक़दीर में जलना है तो जल जाऊँगा !!
तेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा !!
मुझको समझाओ न मेरी जिंदगी के असूल !!
एक दिन मैं खुद ही ठोकर खा के संभल जाऊँगा !!

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