Latest 451+ Gulzar Shayari In Hindi 2023 | गुलज़ार शायरी
काई सी जम गई है आँखों पर !!सारा मंज़र हरा सा रहता है !! वो चीज जिसे दिल कहते हैं …
काई सी जम गई है आँखों पर !!सारा मंज़र हरा सा रहता है !! वो चीज जिसे दिल कहते हैं …
उम्मीद तो नही फिर भी उम्मीद हो !!कोई तो इस तरह आशिक़ शहीद हो !! जाने कैसे बीतेंगी ये बरसातें …