मुझे नही आता उड़ती पतंगों सी चालाकियां !! गले मिलकर गले काटू वो माझा नहीं हूँ मैं !!
तेरे दरबार ए नाज में क्या पेश करूँ !! मेरी झोली में मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं हैं !!
कागज़ पर तो अदालत चलती हैं !! हमने तो तेरी आँखों के फैसले मंजूर किए हैं !!
हम बुरे हैं,तो बुरे ही सही !! कम से कम अच्छा होने का दिखावा नहीं करते हैं !!
मोहब्बत क्या होती है हम नहीं जानते थे !! पर जब तुम मिले तो हम खो गए !!
किसी से प्यार करो और तजुर्बा कर लो !! ये रोग ऐसा है जिसमें दवा असर नहीं करती !!
दिन दूसरों के कामों में बीत जाती है !! और रात आपकी यादों में बीत जाती है !!