Best Farz Shayari In Hindi | जिम्मेदारी पर शायरी
हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा’द ये मा’लूम !!कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी !! तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो ‘फ़राज़ !!दोस्त होता नहीं …
हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा’द ये मा’लूम !!कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी !! तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो ‘फ़राज़ !!दोस्त होता नहीं …