455+ Best Sawan Shayari In Hindi | सावन शायरी स्टेटस

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आंखें में !!
दगाबाज़ निकला सावन तो हम खुद ही बरस लेंगे !!

अब के सावन तो बरसता हुआ यू लगता है !!
आसमा पर भी तेरे गम की घटा छाई हो !!

आसमान भी बरसा नहीं अबकी सावन में !!
मेरी आँखें बरसती रही दिल के आँगन में !!

सावन ने आज मुझे बहुत तरसाया है !!
मेरा घर छोड़कर सारे शहर को भिगाया है !!

बरसात ना हुई इस सावन में मगर !!
मेरी आंखे बरसी तेरी चाहत में !!

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जिस मौसम में दिल जलने लगता है !!
वो सावन का महीना आ गया !!

ये इकतरफा इश्क़ भी क्या गज़ब ढाता है !!
दिल में आग सावन के महीने में लगाता है !!

कैसे रास्ता भटके मुसाफिर जब मंजिल इतनी पास हो !!
प्यासा कैसे रहेगा राही जब सावन की बरसात हो !!

अब कौन घटाओं को रोक पाएगा !!
जुल्फे जो बिखरी तेरी लगता है सावन आएगा !!

अब कौन से मौसम से कोई आस लगायें !!
जब सावन के महीने में भी याद ना उन को हम आयें !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

तुम रूठ जाती हो तो सावन बड़ा सताता है !!
यह बारिश में बहाने मुझे भी बड़ा रूलाता है !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से सावन चुरा लिया !!

बिजली युही गरजेगी युही बरसेगे बादल !!
सावन जो आया है चुराने आँखों का काजल !!

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Sawan Shayari In Hindi

कितने सावन गुज़रे तुम्हारी यादों में !!
कोई तो सावन ऐसा दो जो बीते तुम्हारी बाहों में !!

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ !!
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से !!

अब के सावन में ये शरारत मेरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

मुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी है !!
मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

मालूम है ये सावन अगले बरस भी आएगा !!
पर तुम अभी आ जाओगे तो क्या बिगड़ जायेगा !!

सावन की बरसात की तरह झरने दो इसे झरने दो !!
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में मेरी साँसों में रहने दो !!

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आंखें में !!
दगाबाज़ निकला सावन तो हम खुद ही बरस लेंगे !!

अब के सावन तो बरसता हुआ यू लगता है !!
आसमा पर भी तेरे गम की घटा छाई हो !!

भले ही हम सावन में भीगे ना हो !!
मगर दिल को मैंने आंसुओ में डुबोया है !!

रहने दो अब के तुम भी मुझे पढ ना सकोगे !!
बरसात में कागज की तरह भीग गया हु !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

कह दो सावन से जम के बरसना !!
क्योकी मेरा प्यार मेरे साथ है !!

Sawan Shayari

जितना हंसा उससे ज्यादा रोया हु मै !!
इंतजार ने आंखो को सावन बना दिया !!

सावन एक महीने आँसू जीवन भर !!
इन आँखों के आगे बादल बे-औक़ात लगे !!

वक़्ते-रुख़सत तैरती है जो किसी की आँख में !!
सारे सावन पानी भरते है उस नमी के सामने !!

तुम रूठ जाती हो तो सावन बड़ा सताता है !!
यह बारिश में बहाने मुझे भी बड़ा रूलाता है !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से सावन चुरा लिया !!

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ !!
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से !!

अब के सावन में ये शरारत मेरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

अब कौन से मौसम से कोई आस लगायें !!
जब सावन के महीने में भी याद ना उन को हम आयें !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

जब चले जाएँगे हम लौट के सावन की तरह !!
याद आयेंगे प्रथम प्यार के चुम्बन की तरह !!

बरस रही थी बारिश बाहर !!
और वो भीग रहा था मुझ में !!

तमाम रात नहाया था शहर बारिश में !!
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से ‘सावन’ चुरा लिया !!

सावन शायरी स्टेटस

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ !!
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया !!

सावन-भादों साठ ही दिन हैं फिर वो रुत की बात कहाँ !!
अपने अश्क मुसलसल बरसें अपनी-सी बरसात कहाँ !!

इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है !!
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है !!

बिजली युही गरजेगी युही बरसेगे बादल !!
सावन जो आया है चुराने आँखों का काजल !!

कितने सावन गुज़रे तुम्हारी यादों में !!
कोई तो सावन ऐसा दो जो बीते तुम्हारी बाहों में !!

रहने दो अब के तुम भी मुझे पढ ना सकोगे !!
बरसात में कागज की तरह भीग गया हु !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

तमाम रात नहाया था शहर बारिश में !!
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !!

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

Sawan Shayari In Hindi

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से ‘सावन’ चुरा लिया !!

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ !!
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया !!

सावन एक महीने आँसू जीवन भर !!
इन आँखों के आगे बादल बे-औक़ात लगे !!

वक़्ते-रुख़सत तैरती है जो किसी की आँख में !!
सारे सावन पानी भरते है उस नमी के सामने !!

Sawan quotes in hindi

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

कल तिरे एहसास की बारिश तले !!
मेरा सूना-पन नहाया देर तक !!

सावन की बरसात की तरह झरने दो !! इसे झरने दो !!
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में !! मेरी साँसों में रहने दो !!

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

जब चले जाएँगे हम लौट के सावन की तरह !!
याद आयेंगे प्रथम प्यार के चुम्बन की तरह !!

बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तसवीर !!
आज फिर भीग बैठे उससे पाने की चाहत में !!

उसके दिल में सूखा पड़ा है !!
और मेरी आँखों में सावन आया है !!

बरसती रहे जो आँखें वो बादल हो गए हैं !!
हम तेरी मोहोब्बत में पागल हो गए हैं !!

बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तसवीर !!
आज फिर भीग बैठे उससे पाने की चाहत में !!

कैसे रास्ता भटके मुसाफिर जब मंजिल इतनी पास हो !!
प्यासा कैसे रहेगा राही जब सावन की बरसात हो !!

सावन-भादों साठ ही दिन हैं फिर वो रुत की बात कहाँ !!
अपने अश्क मुसलसल बरसें अपनी-सी बरसात कहाँ !!

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ !!
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया !!

मालूम है ये सावन अगले बरस भी आएगा !!
पर तुम अभी आ जाओगे तो क्या बिगड़ जायेगा !!

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

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Sawan status in hindi

आसमान भी बरसा नहीं अबकी सावन में !!
मेरी आँखें बरसती रही दिल के आँगन में !!

सावन ने आज मुझे बहुत तरसाया है !!
मेरा घर छोड़कर सारे शहर को भिगाया है !!

बरसात ना हुई इस सावन में मगर !!
मेरी आंखे बरसी तेरी चाहत में !!

जिस मौसम में दिल जलने लगता है !!
वो सावन का महीना आ गया !!

इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है !!
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है !!

सावन की बरसात की तरह झरने दो इसे झरने दो !!
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में मेरी साँसों में रहने दो !!

वो भला क्यूँ कदर करते हमारे अश्को की सुना है !!
सावन उनके शहर पर कुछ ज्यादा मेहरबान रहता है !!

सावन की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर !!
आज फिर भीग बैठे उसे पाने की चाहत में !!

सावन समाया हुआ है आँखों में मेरी !!
कुछ ज्यादा ही अँधेरा है आज कल रातों में मेरी !!

आँखों की क़लम से स्याही आंसुओं की बहती रही !!
फिर हुआ यूँ की शायरी बन गई !!

हालत बनाते है मौसम किसी के लिए बरसात !!
मोहोब्बत की रीत है तो किसी के लिए गम की सौगात है !!

मैं भीगा कम बरसात में मेरी आँखें ज्यादा भीगती रही !!
आवाज ना आई पर खामोशी मेरी तेरा नाम चीखती रही !!

किसने कहा बरसात मोहोब्बत का मौसम है !!
किसी की ज़िन्दगी में सूखा ख़त्म ही नहीं होता !!

सावन लौटे अगली दफा तो काश तू भी लौट आए !!
तू भी मेरी तरह मेरे लिए सब कुछ छोड़ आए !!

किसने कहा बरसात मोहोब्बत का मौसम है !!
मेरे लिए तो ये ख़राब मुसम से बढ़कर और कुछ नहीं !!

Savan status

सावन कई आए तेरे जाने के बाद भी !!
मगर उस रात सी रात फिर कभी नहीं आई !!

सावन तो लौटा मगर साजन नहीं लौटा !!
उसे आज भी यक़ीन नहीं मुझपर मुझे यक़ीन नहीं होता !!

बादल भी मुझसे ले जाते हैं पानी मांगकर !!
ये आँखें मेरी समंदर है सनम !!

सवां भीगा गया ज़माने को पूरा मगर !!
मेरी दिल की सड़कों पर आज भी सूखा पड़ा है !!

लगता है छाता खरीदना होगा सिरहाने के लिए !!
हर रात भीग जाते हैं इन बहती आँखों से !!

मसरूफ़ इस क़दर थे कि सावन गुज़र गया !!
हसरत रही कि अब्र बरसता दिखाई दे !!

बरसती हैं घटाएं आज फिर अंगड़ाइयां लेकर !!
सावन तो आया है मगर तन्हाइयां लेकर !!

आंखें यूं बरसीं पैराहन भीग गया !!
तेरे ध्यान में सारा सावन भीग गया !!

वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में !!
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा !!

मोबाइल का नेटवर्क भले ही 3G या 4G हो पर !!
संसार का नेटवर्क शिवG से ही चलता है !!

ख़ुद को इतना भी न बचाया कर !!
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर !!

प्रेम के सावन में ये जो मोहब्बत की पत्तियां उगी है !!
बिरहा के पतझड़ आने पर सुना है जला दी जाती है !!

शायद जब हम मिले थे तो सावन था !!
अब उम्र भर आँखें मेरी बरस रही है !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

सावन एक महीने ‘क़ैसर’ आँसू जीवन भर !!
इन आँखों के आगे बादल बे-औक़ात लगे !!

Sawan ki shayari

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

कल तिरे एहसास की बारिश तले !!
मेरा सूना-पन नहाया देर तक !!

तमाम रात नहाया था शहर बारिश में !!
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से ‘सावन’ चुरा लिया !!

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ !!
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया !!

मालूम है ये सावन अगले बरस भी आएगा !!
पर तुम अभी आ जाओगे तो क्या बिगड़ जायेगा !!

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में !!
दगाबाज़ हो सावन तो क्या हम खुद ही बरस लेंगे !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आंखें में !!
दगाबाज़ निकला सावन तो हम खुद ही बरस लेंगे !!

अब के सावन तो बरसता हुआ यू लगता है !!
आसमा पर भी तेरे गम की घटा छाई हो !!

मालूम है ये सावन अगले बरस भी आएगा !!
पर तुम अभी आ जाओगे तो क्या बिगड़ जायेगा !!

सावन की बरसात की तरह झरने दो !! इसे झरने दो !!
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में मेरी साँसों में रहने दो !!

भले ही हम सावन में भीगे ना हो !!
मगर दिल को मैंने आंसुओ में डुबोया है !!

Happy sawan shayari in hindi

कह दो सावन से जम के बरसना !!
क्योकी मेरा प्यार मेरे साथ है !!

Sawan Shayari In Hindi

जितना हंसा उससे ज्यादा रोया हु मै !!
इंतजार ने आंखो को सावन बना दिया !!

ये इकतरफा इश्क़ भी क्या गज़ब ढाता है !!
दिल में आग सावन के महीने में लगाता है !!

कैसे रास्ता भटके मुसाफिर जब मंजिल इतनी पास हो !!
प्यासा कैसे रहेगा राही जब सावन की बरसात हो !!

आसमान भी बरसा नहीं अबकी सावन में !!
मेरी आँखें बरसती रही दिल के आँगन में !!

सावन ने आज मुझे बहुत तरसाया है !!
मेरा घर छोड़कर सारे शहर को भिगाया है !!

मालूम है ये सावन अगले बरस भी आएगा !!
पर तुम अभी आ जाओगे तो क्या बिगड़ जायेगा !!

सावन की बरसात की तरह झरने दो इसे झरने दो !!
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने मे मेरी साँसों में रहने दो !!

भले ही हम सावन में भीगे ना हो !!
मगर दिल को मैंने आंसुओ में डुबोया है !!

कह दो सावन से जम के बरसना !!
क्योकी मेरा प्यार मेरे साथ है !!

जितना हंसा उससे ज्यादा रोया हु मै !!
इंतजार ने आंखो को सावन बना दिया !!

फिजाओं में रंग इस तरह मिल जाए !!
कि मुरझाई हुई कलिया फिर खिल जाए !!
इस सावन में मिले हम दोनों कुछ ऐसे !!
कि हम एक दूसरे में पूरा घुल जाए !!

सावन की बरसात में !!
एक बार फिर भीगे हैं !!
उनको पाने की चाहत में !!

बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी !!
दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी !!
ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे !!
करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी !!

सावन की मीठी-सी बरसात है !!
सावन से त्योहारों की शुरुआत है !!
नज़ारा बेहद कमाल लगता है !!
खुदा की ये कैसी करामात है !!

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Shayari on sawan ka mahina

सावन हर साल आता है !!
कभी ज्यादा कभी कम भीगाता है !!
आओ मिलकर झूमे इस मौसम में !!
फिर ये लम्हा कहा लौटकर आता है !!

मौसम है सावन का और याद तुम्हारी आती है !!
बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
बादल जब गरजते हैं दिल की धड़कन बढ़ जाती है !!
दिल की हर इक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है !!

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे !!
इक घटा के लिए हम तरसते रहे !!
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें !!
साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!

सावन का हो गया है आगाज़ !!
आने लगी बूंदों की आवाज़ !!
चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ !!
और हमें अपना मेहमान बनाओ !!

सावन का मज़ा लेना है !!
तो घर से बहार आना होगा !!
कपड़ो की फिक्र किये बिना !!
फिर मस्ती से भीग जाना होगा !!

मौसम का नया अंदाज है !!
नया सवेरा उसके साथ है !!
जरा दरवाजा खोल के देखो !!
भीगा सावन भी उसके साथ है !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

ऐ सावन की बारिश जरा थम के बरस !!
जब मेरा सनम आ जाए तो जम के बरस !!
पहले ना बरस कि वो आ न सके !!
जब वो आ जाए तो इतना बरस कि वो जा न सके !!

सावन में हम पानी बनकर बरस जायेंगे !!
पतझड़ में फूल बनके बिखर जायेंगे !!
क्या हुआ जो हम आपको तंग करते हैं !!
कभी आप इन लम्हों के लिए भी तरस जायेंगे !!

ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लो !!
भले छीन लो मुझसे मेरी ज़वानी !!
मगर मुझको लौटा दो वो बचपन का सावन !!
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी !!

फूल से दोस्ती करोगे तो महक जाओगे !!
सावन से दोस्ती करोगे तो भीग जाओगे !!
हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे !!
और नहीं करोगे तो किधर जाओगे !!

मौसम था बेकरार तुम्हें सोचते रहे !!
कल रात बार बार तुम्हें सोचते रहे
बारिश हुई तो लग कर घर के दरवाजे से हम !!
चुप चाप बेकरार तुम्हें सोचते रहे !!

फिजाओं में रंग इस तरह मिल जाए !!
कि मुरझाई हुई कलिया फिर खिल जाए !!
इस सावन में मिले हम दोनों कुछ ऐसे !!
कि हम एक दूसरे में पूरा घुल जाए !!

सावन की बरसात में !!
एक बार फिर भीगे हैं !!
उनको पाने की चाहत में !!

Sawan thought in hindi

बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी !!
दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी !!
ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे !!
करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी !!

ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लो !!
भले छीन लो मुझसे मेरी ज़वानी !!
मगर मुझको लौटा दो वो बचपन का सावन !!
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी !!

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में !!
दगाबाज़ हो सावन तो क्या !!
हम खुद ही बरस लेंगे !!

मौसम का नया अंदाज है !!
नया सवेरा उसके साथ है !!
जरा दरवाजा खोल के देखो !!
भीगा सावन भी उसके साथ है !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

मौसम है सावन का और याद तुम्हारी आती है !!
बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
बादल जब गरजते हैं दिल की धड़कन बढ़ जाती है !!
दिल की हर इक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है !!

ऐ सावन की बारिश जरा थम के बरस !!
जब मेरा सनम आ जाए तो जम के बरस !!
पहले ना बरस कि वो आ न सके !!
जब वो आ जाए तो इतना बरस कि वो जा न सके !!

सावन में हम पानी बनकर बरस जायेंगे !!
पतझड़ में फूल बनके बिखर जायेंगे !!
क्या हुआ जो हम आपको तंग करते हैं !!
कभी आप इन लम्हों के लिए भी तरस जायेंगे !!

इस सावन में हम भीग जायेंगे !!
दिल में तमन्ना के फूल खिल जायेंगे !!
अगर दिल करे मिलने को तो याद करना !!
बरसात बनकर हम बरस जायेंगे !!

बरस रही थी बारिश !!
बरस रही थी बारिश बाहर !!
और वो भीग रहा था मुझ में !!

फूल से दोस्ती करोगे तो महक जाओगे !!
सावन से दोस्ती करोगे तो भीग जाओगे !!
हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे !!
और नहीं करोगे तो किधर जाओगे !!

सावन का हो गया है आगाज़ !!
आने लगी बूंदों की आवाज़ !!
चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ !!
और हमें अपना मेहमान बनाओ !!

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे !!
इक घटा के लिए हम तरसते रहे !!
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें !!
साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

सावन का हो गया है आगाज़ !!
आने लगी बूंदों की आवाज़ !!
चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ !!
और हमें अपना मेहमान बनाओ !!

Sawan pe shayari

सावन का मज़ा लेना है !!
तो घर से बहार आना होगा !!
कपड़ो की फिक्र किये बिना !!
फिर मस्ती से भीग जाना होगा !!

मौसम का अंदाज़ भाया है !!
नए संवेरे साथ लाया है !!
दरवाज़ा खोल के देखो !!
भीगा हुआ सावन आया है !!

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे !!
इक घटा के लिए हम तरसते रहे !!
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें !!
साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!

तेरा उलझा दामन मेरी अंजुमन तो नहीं !!
जो मेरे दिल में है शायद तेरी धड़कन तो नहीं !!
यू यकायक मुझे बरसात की क्यों याद आई !!
जो घटा है तेरी आँखों में वो सावन तो नहीं !!

सावन का मज़ा लेना है !!
तो घर से बहार आना होगा !!
कपड़ो की फिक्र किये बिना !!
फिर मस्ती से भीग जाना होगा !!

इस सावन में हम भीग जायेंगे !!
दिल में तमन्ना के फूल खिल जायेंगे !!
अगर दिल करे मिलने को तो याद करना !!
बरसात बनकर हम बरस जायेंगे !!

मौसम का अंदाज़ भाया है !!
नए संवेरे साथ लाया है !!
दरवाज़ा खोल के देखो !!
भीगा हुआ सावन आया है !!

मौसम है सावन का और याद तुम्हारी आती है !!
बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
बादल जब गरजते हैं दिल की धड़कन बढ़ जाती है !!
दिल की हर इक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है !!

सावन हर साल आता है !!
कभी ज्यादा कभी कम भीगाता है !!
आओ मिलकर झूमे इस मौसम में !!
फिर ये लम्हा कहा लौटकर आता है !!

सावन की मीठी-सी बरसात है !!
सावन से त्योहारों की शुरुआत है !!
नज़ारा बेहद कमाल लगता है !!
खुदा की ये कैसी करामात है !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

मौसम है सावन का और याद तुम्हारी आती है !!
बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है !!
बादल जब गरजते हैं दिल की धड़कन बढ़ जाती है !!
दिल की हर इक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है !!

ऐ सावन की बारिश जरा थम के बरस !!
जब मेरा सनम आ जाए तो जम के बरस !!
पहले ना बरस कि वो आ न सके !!
जब वो आ जाए तो इतना बरस कि वो जा न सके !!

सावन में हम पानी बनकर बरस जायेंगे !!
पतझड़ में फूल बनके बिखर जायेंगे !!
क्या हुआ जो हम आपको तंग करते हैं !!
कभी आप इन लम्हों के लिए भी तरस जायेंगे !!

इस सावन में हम भीग जायेंगे !!
दिल में तमन्ना के फूल खिल जायेंगे !!
अगर दिल करे मिलने को तो याद करना !!
बरसात बनकर हम बरस जायेंगे !!

Sawan aaya hai

फूल से दोस्ती करोगे तो महक जाओगे !!
सावन से दोस्ती करोगे तो भीग जाओगे !!
हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे !!
और नहीं करोगे तो किधर जाओगे !!

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

कल तिरे एहसास की बारिश तले !!
मेरा सूना-पन नहाया देर तक !!

बरस रही थी बारिश !!
बरस रही थी बारिश बाहर !!
और वो भीग रहा था मुझ में !!

सावन का हो गया है आगाज़ !!
आने लगी बूंदों की आवाज़ !!
चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ !!
और हमें अपना मेहमान बनाओ !!

बिजली युही गरजेगी युही बरसेगे बादल !!
सावन जो आया है चुराने आँखों का काजल !!

कितने सावन गुज़रे तुम्हारी यादों में !!
कोई तो सावन ऐसा दो जो बीते तुम्हारी बाहों में !!

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे !!
इक घटा के लिए हम तरसते रहे !!
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें !!
साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई !!
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई !!

सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं !!
फ़िज़ा भी सर्द हैं यादें भी ताज़ा हैं !!
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं !!

तमाम रात नहाया था शहर बारिश में !!
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !!

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं !!
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं !!

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें !!
खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे !!

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे !!
मैने वक़्त की जेब से सावन चुरा लिया !!

Sawan Shayari In Hindi

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ !!
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया !!

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Sawan wishes

सावन का हो गया है आगाज़ !!
आने लगी बूंदों की आवाज़ !!
चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ !!
और हमें अपना मेहमान बनाओ !!

सावन का मज़ा लेना है !!
तो घर से बहार आना होगा !!
कपड़ो की फिक्र किये बिना !!
फिर मस्ती से भीग जाना होगा !!

मौसम का अंदाज़ भाया है !!
नए संवेरे साथ लाया है !!
दरवाज़ा खोल के देखो !!
भीगा हुआ सावन आया है !!

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे !!
इक घटा के लिए हम तरसते रहे !!
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें !!
साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!

तेरा उलझा दामन मेरी अंजुमन तो नहीं !!
जो मेरे दिल में है शायद तेरी धड़कन तो नहीं !!
यू यकायक मुझे बरसात की क्यों याद आई !!
जो घटा है तेरी आँखों में वो सावन तो नहीं !!

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन !!
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है !!

सावन का मज़ा लेना है !!
तो घर से बहार आना होगा !!
कपड़ो की फिक्र किये बिना !!
फिर मस्ती से भीग जाना होगा !!

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