मैं मर ही जाता अगर तुम ना मिलते !!
साँसे अटक सी गई थी तेरे इंतजार में !!
लाख कोशीसो पर भी में दूर नही रह पाता !!
मोहब्बत है या इबादत हो गई तुमसे !!
इल्म नही था इश्क़ हो जाएगा तुमसे !!
जान जाती है तेरे रुठ जाने के बाद !!
दो बूंद बारिश क्या गिरी !!
सबको लगा कोई दिलजला आशिक़ रो रहा है !!
शायरी एक नशा है दिल का हाल सुनाने को !!
तुम क्या जानो आंखों से पी थी कभी उस जालिम के !!
मुड़ की बात है कलम युही नही चलती !!
याद आते हो तो गजल बन जाती है !!
तुम जमाने मे जाओ मगर याद रखना !!
तुमको सुकून हमारे पास ही आएगा !!
वो जाना चाहता है छोड़कर मुझको !!
कैसे जीऊ में उसके बिना कोई बताए उसे !!
तलाश रही हु खुदको खुद में !!
हर लम्हे में तुम्ही तुम मिले मुजे !!
ना जाने ये इश्क़ है या जुनून है !!
ना चैन है ना सुकुन है !!
मुद्दतो से एक ही दुआ मांगी है !!
खुदा को मंजुर ना हुई या मोहब्बत रास ना आई उसे !!
वो जो कहते थे नही जी सकते तुम्हारे बिना !!
हर मोशम की तरह उसने मिज़ाज भरे हुए है !!
दो कदम का फासला तुमसे मिटाया ना गया !!
तुमतो ज़िंदगी साथ गुजारने की बात करते थे !!
मेरे मुकद्दर में तो सिर्फ यादें है तेरी !!
जिसके नसीब में तू है’ उसे ज़िन्दगी मुबारक !!
याद किया करो जनाब !!
वरना याद किया करोगे.
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Best Gam Shayari In Hindi
ये जो तुमने अपना अन्दाज बदला है !!
वाकई मे बदला है.. या फिर किसी बात का “बदला” है !!
ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए !!
कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है !!
चलो आज किस्सा तमाम ही हो गया !!
जो पहले अपना था आज अनजान हो गया !!
जीना आसान नही है तेरे बिना !!
तुजो कह दे तो मोत को गले लगा लू में !!
शिद्दते आशिक़ी मुहाल कर गई !!
उसकी एक नजर कमाल कर गई !!
दिल्लगी नही आती मुजे यही कमी है !!
मेरे दिलको इंतेजार है उसका और आँखों मे नमी सी है !!
में चाहकर भी उससे नफरत नही कर सकता !!
वो मोहबत है मेरी कोई फरेब नही !!
बड़ी मुद्दतो के बाद भूल पाए थे तुमको !!
बरसो के बाद फिरसे तस्वीर सामने आ गई !!
मैंने कहा आज झूठ का दिन हैं !!
वो मुस्करा के बोले’फिर तुम मेरे हो !!
लफ्ज़… अल्फ़ाज़… कागज़ या किताब !!
कहाँ कहाँ रक्खें हम यादों का हिसाब !!
मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो !!
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता !!
बिन मेरे रह ही जाएगी कोई न कोई कमी !!
तुम ज़िंदगी को जितनी मर्जी सँवार लेना !!
बिछड़ के मुझसे तुम अपनी कशिश न खो देना !!
उदास रहने से चेहरा ख़राब होता है !!
बहुत जी लिये उनके लिये !!
“जो मेरे लिये” सब कुछ थे !!
अब जीना है बस उनके लिये !!
“जिनके लिये हम” सब कुछ हैं !!
Gam Shayari In Hindi
बेशर्म हो गयी हैं ये ख्वाहिशें मेरी !!
मैं अब बिना किसी बहाने के तुम्हे याद करने लगा हूँ !!
मिटाने की कोशिश तुमने भी की हमने भी की !!
हमने फासला और तुमने हमारा वजूद !!
मुझे किसी ने पूछा दर्द की कीमत क्या है !!
मैने कहा मुझे नहीं पता लोग तो मुझे मुफ्त में दे जाते है !!
मुझे मालूम था के लौट के अकेले ही आना है !!
फिर भी तेरे साथ चार कदम चलना अच्छा लगा !!
नजर अंदाज करने कि कुछ तो वजह बताई होती !!
अब में कहाँ कहाँ खुद में बुराई ढूँढू !!
बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में लेकिन !!
तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली !!
मुझे भी ज़िन्दगी में तुम ज़रूरी मत समझ लेना !!
सुना है तुम ज़रूरी काम अक्सर भूल जाते हो !!
न चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है !!
ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है !!
तू याद रख या ना रख !!
तू याद है ये याद रख !!
न जाने कैसी नज़र लगी है ज़माने की !!
अब वजह नही मिलती मुस्कुराने की !!
दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो !!
इंतजार उसका जिस को अहसास तक नहीं !!
दिए हैं ज़ख़्म तो मरहम का तकल्लुफ न करो !!
कुछ तो रहने दो मुझ पे एहसान अपना !!
तेरे मेरे दरमियाँ जो फासला है !!
वो तेरी साजिश है या खुदा का फैसला है !!
तू रात भर करवटें बदलती है मुझमें !!
मैं सलवटों-सा बचा रह जाता हूँ सुबह !!
दुखती रग पर ऊँगली रखकर पूछ रही हो कैसे हों !!
तुमसे ये उम्मीद नहीं थी दुनिया चाहे जैसी हों !!
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Gam Shayari
तुझे खुद से निकाल तो दूँ मगर !!
सोचता हूँ !! फ़िर मुझमें बचेगा क्या !!
दिल ने मानी नहीं मेरी वरना !!
मैं तुम्हे भूलने के हक़ में था !!
दुनियाँ भर की यादें हम से मिलने आती हैं !!
शाम ढले इस सूने घर में मेला लगता है !!
तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे !!
अब आँख भर आती है मगर तुम नजर नहीँ आते !!
टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है !!
ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीँ होता.!!
जो लोग दर्द को समझते हैं !!
वो लोग कभी भी दर्द की वज़ह नही बनते !!
तुम्हारी याद जैसे किसी ग़रीब की गरीबी !!
कमबख्त बढ़ती ही चली जा रही है !!
तुझ से नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ !!
जो कभी तुझे मेरे लिए नहीं मिला !!
तुजे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था !!
भूल गए थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती !!
घर अपना बना लेते हैं’ जो दिल में हमारे !!
हम से वो परिंदे’ उड़ाये नहीं जाते !!
घर अपना बना लेते हैं’ जो दिल में हमारे !!
हम से वो परिंदे’ उड़ाये नहीं जाते !!
ख्वाहिश ये हैं कि तू मेरी हो !!
या फिर ये ख्वाहिश तेरी हो !!
जिक्र तेरा हुआ तो हम महफ़िल छोड़ आये !!
हमें गैरों के लबों पे तेरा नाम !!
अच्छा नहीं लगता !!
जो तुम बोलो बिखर जाएँ जो तुम चाहो संवर जायें !!
मगर यूँ टूटना जुड़ना बहुत तकलीफ देता है !!
किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल !!
कोई रहता भी नही !!
और कमबख्त बिकता भी नही !!
गम शायरी इन हिंदी
खर्च जितना भी करुं बढ़ती जाती है !!
ये यादे तेरी अजीब दौलत है !!
चलो मुस्कुराने की वजह ढुंढते हैं !!
तुम हमें ढुंढो. हम तुम्हे ढुंढते हैं !!
चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का है !!
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का है !!
छु जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर !!
ये दुनिया तो खामखा कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं !!
जब भी वो उदास हो उसे मेरी कहानी सुना देना !!
मेरे हालात पर हंसना उसकी पुरानी आदत है !!
जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में !!
उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं !!
कल तुझसे बिछड़ने का फैसला कर लिया था !!
आज अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ !!
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादो की तरह !!
न वक़्त देखो न बहाना बस चली आओ !!
कल रात चाँद बिकुल उनके जैसा था !!
वही नूर… वही गरूर……वही सरूर !!
वही उनकी तरह…… हमसे कोसो दूर !!
कैसे कहु के दिलको तुम्हारी आरजू नही !!
मगर ये और बात है के मेरी किस्मत में तुम नहीं !!
क्या ज़रूरत थी दूर जाने की !!
पास रहकर भी तो तड़पा सकते थे !!
कोई बनता ही नही मेरा !!
तुम अपनी ही मिसाल लेलो !!
इतने बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए !!
तुम्हें आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है !!
बला की प्यास के मारे हैं हम दोनों ज़माने में !!
तुम्हारे सामने दरिया हमारे सामने हो तुम !!
अक्सर वो फैसले मेरे हक़ में गलत हुए !!
जिन फैसलो के नीचे तेरे दस्तखत हुए !!
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गम शायरी हिंदी
अगर मैं भी मिजाज़ से पत्थर होता
तो खुदा होता या तेरा दिल होता !!
ये नज़र चुराने की आदत आज भी नही बदली उनकी !!
कभी मेरे लिए ज़माने से और अब जमाने के लिए हमसे !!
अच्छा हुआ……तुम किसी और के हो गए !!
खत्म हो गई फिक्र…तुम्हेँ अपना बनाने कि !!
अजीब सा जहर है तेरी यादों मै !!
मरते मरते मुझे सारी ज़िन्दगी लगेगी !!
अपने उसूल कभी यु भी तोड़ने पड़े !!
खता उसकी थी हाथ मुझे जोड़ने पड !!
इक बात कहूँ “इश्क” बुरा तो नहीँ मानोगे !!
बङी मौज के थे दिन तेरी पहचान से पहले !!
आया था एक शख्स मेरा दर्द बाँटने !!
रुखसत हुआ तो अपना भी गम दे गया मुझे !!
आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की !!
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो !!
आज उसने बहुत अजीब सी बात कही !!
तुम जिन्दगी हो मेरी और मुझे जिन्दगी से नफरत है !!
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आंखों में !!
जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए !!
इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम पर !!
चुकाने की बात करो तो कुछ किश्तें तय कर लें !!
इंसान जब दिल के हाथो मजबूर होता है !!
तो झूठे प्यार पर भी बडा गुरुर होता है !!
पूछा किसी ने की याद आती है उसकी !!
मैं मुस्कुराया और बोला तभी तो जिन्दा हूँ !!
एक नए दर्द की तलाश में निकला हूँ मैं !!
सूना है पुराने जख्म की दवा एक नया जख्म है !!
हंसी आती ये सोचकर कि दर्द कोई समझता नही !!
मगर उन्हीं दर्दनाक अल्फ़ाज़ो पर दाद देते है लोग !!
Gam ki shayari hindi
कुछ और नहीं बस जीने का हुनर दे दे !!
तेरे बगैर अब हमसे जिया नहीं जाएगा !!
ठंडे दिमाग से सोचने वाले ही जिंदगी समझ पाते है !!
वरना नादान तो आज भी बहस किया करते हैं !!
मेरी मुस्कान ही तेरी हर खुशी की वजह है !!
और ये वजह मेरी जिंदगी बन गई है !!
जिंदगी ही ऐसी मिली मुझे की मौत से भी जंग जीत ली !!
काटे कटती नहीं और तू है कि देखने आती नहीं !!
जहर देता हैं कोई, कोई दवा देता हैं !!
जो भी मिलता हैं ,मेरा दर्द बढ़ा देता हैं !!
सुकून की तलाश में निकले हम !!
तो दर्द बोला औकात भूल गए क्या !!
दर्द लेंगे ना हम दवा लेंगे !!
अपने हिस्से की कुछ सजा लेंगे !!
सफलता पर किसी की कोई उम्र भर है जलता !!
जिंदगी में मक़ाम हर किसी को नहीं मिलता !!
दो राह चलते मुसाफिरों की मंजिल क्यों न एक हो !!
पर जरुरी नहीं उनकी जिन्दगी की राहे भी मेल खाती हो !!
जिंदगी में तेरी शिरकत कुछ इस तरह हुई है !!
सारी तमन्ना ये मुझे अलविदा कह गई है !!
लड़खड़ाते हुए चलेंगे तभी तो सीखेंगे जिंदगी जीना !!
वरना लोग कहां छोड़ते है मुश्किलों का जहर पीना !!
मेरे आंगन में तेरे क़दमों की जब आहट सुन ली मैंने !!
हलचल हुई दिल में मेरे जाग उठे सोए हुए कई सपने !!
रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में !!
दगाबाज़ हो सावन तो क्या !!
हम खुद ही बरस लेंगे !!
शोर है दिलो दिमाग मे और खामोशियों ने घेरा है !!
हर नजर तुज पर ही रुकी हुई है !!
इंतेजार में ये वक़्त भी ठहरा हुआ है !!
सुनो !!
कभी इंतेजार किया है क्या मेरी तरह !!
कहो कभी प्यार किया है तुमने मेरी तरह !!
कभी तड़प कर देखना की मोहब्बत किसे कहते है !!
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Gam ki shayari
देखना एक दिन बदल जाऊगा पूरी तरह मैं !!
तुम्हारे लिए न सही !!
लेकिन…तुम्हारी वजह से ही सही !!
क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज !!
हाल हमारा पूँछ कर !!
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा हैं !!
बहुत तमन्ना थी तुम्हारा हो जाने की !!
पर क्या पता था !!
कि तुम्हें आदत ही नहीं किसी को अपना बनाने की !!
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता !!
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता !!
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे !!
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता !!
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम !!
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम !!
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला !!
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम !!
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये !!
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये !!
कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें !!
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये !!
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे !!
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे !!
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे !!
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़ !!
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़ !!
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़ !!
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास !!
ज़रा सी ज़िंदगी है’ अरमान बहुत हैं !!
हमदर्द नहीं कोई ‘ इंसान बहुत हैं !!
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको !!
जो दिल के करीब है !!
वो अनजान बहुत है !!
वो रात दर्द और सितम की रात होगी !!
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी !!
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर !!
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी !!
दर्द कितना है बता नहीं सकते !!
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते !!
आँखों से समझ सको तो समझ लो !!
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते !!
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे !!
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे !!
उनसे क्या गिला करें !! भूल तो हमारी थी !!
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे !!
दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है !!
टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है !!
किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो !!
अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है !!
वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते !!
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते !!
मर गए पर खुली रखी आँखें !!
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते !!
ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे !!
आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे !!
ये मत पूछना किसने दर्द दिया !!
वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे !!
Gam shayari hindi
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है !!
हर एक आँसूं समंदर नज़र आता है !!
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना !!
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता है !!
कांटो सी चुभती है तन्हाई !!
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई !!
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे !!
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई !!
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए !!
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए !!
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी !!
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए !!
न वो सपना देखो जो टूट जाये !!
न वो हाथ थामो जो छूट जाये !!
मत आने दो किसी को करीब इतना !!
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये !!
एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए !!
कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए !!
उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था !!
वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए !!
जहाँ खामोश फिजा थी !! साया भी न था !!
हमसा कोई किसी जुर्म में आया भी न था !!
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी !!
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था !!
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता !!
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता !!
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में !!
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता !!
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है !!
जिसका रास्ता बहुत खराब है !!
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा !!
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है !!
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते !!
हर एक ने धोखा दिया ‘किस-किस को भुला देते !!
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा !!
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते !!
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं !!
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं !!
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी !!
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं !!
वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे !!
हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे !!
और हमें बेवफ़ा का नाम मिला !!
क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे !!
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी !!
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी !!
मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ !!
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी !!
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर !!
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर !!
रोये इस कदर तेरी याद में !!
कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर !!
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है !!
बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है !!
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो !!
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है !!
इतना भी कोई किसीको ना चाहे !!
की जीना मुहाल हो जाये !!
एक रूठे तो दूजे की मौत हो खुदा ऐसा कमाल हो जाये !!
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Shayari gam wala
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की !!
कोई किसी को टूट कर चाहता है !!
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है !!
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है !!
मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है !!
हम तन्हाई में बैठे रोते हैं !!
लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है !!
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते !!
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते !!
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है !!
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है !!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है !!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही !!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है !!
वक्त नूर को बेनूर कर देता है !!
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है !!
कौन चाहता है अपनों से दूर होना !!
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है !!
दर्द दे गए सितम भी दे गए !!
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए !!
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का !!
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए !!
अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे !!
तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे !!
ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको !!
सोचता हूँ कहूँ तुझसे ‘मगर जाने दे !!
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का !!
वो क्या समझे दर्द आंखों की इस नमी का !!
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि !!
उन्हे अब एहसास ही नहीं हमारी कमी का !!
जिंदगी भर दर्द से जीते रहे !!
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे !!
कई बार सोचा कह दू हाल-ए-दिल उससे !!
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे !!
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना !!
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना !!
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं !!
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना !!
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने !!
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने !!
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला !!
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने !!
सोचा नही था की इस मोड़ पर आ जाएंगे !!
ना भूल सकते है ना कभी तुमको भूल पाएंगे !!
साँसों की डोरी बँधी है तेरे नाम से !!
साथ जियेंगे तेरे साथ ही मर जायेंगे !!
तुझे उदास भी करना था खुद भी रोना था !!
ये हादसा भी मेरी जान कभी तो होना था !!
तुम खुश हो ना बस और क्या चाहिए !!
मेरे जाने से ही सही !!
जिस क़दर !!
उसकी क़दर की !!
उस क़दर !!
बे क़दर हुये हम !!
मैं ख़ामोशी तेरे मन की !!
तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा !!
मैं एक उलझा लम्हा !!
तू रूठा हुआ हालात मेरा !!
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Shayari gam ki
पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती !!
दिल में क्या है वो बात नही समझती !!
तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच में है !!
पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती !!
दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं !!
हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ !!
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब !!
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ !!
आंसू आ जाते हैं आंखों में !!
पर लंबों पर हंसी लानी पड़ती !!
पर जिससे मोहब्बत करते हैं !!
उसी से छुपानी पड़ती है !!